- बरनीं न जाइ अवरन बै गई।
- बरनीं न जाइ अवरन बै गई।
कहत बिहारी सुठि सरस पयूष हू तैं,
- उष हू तैं मीठै बैनन बितै गई।
- उष हू तैं मीठै बैनन बितै गई।
भौंहिनि नचाइ मृदु मुसिकाइ दावभाव
- चचंल चलाप चब चेरी चितै कै गई।
- चचंल चलाप चब चेरी चितै कै गई।
लीने कर बेली अलबेली सु अकेली तिय
- जाबन कौं आई जिय जावन सौं दे गई।।
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